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Showing posts from February, 2016

सुबह बनाम शाम

'ज़िन्दगी' की हर 'सुबह' कुछ 'शर्तें' लेकर आती है . . . और - 'ज़िन्दगी' की हर 'शाम' कुछ 'तज़ुर्बे' देकर जाती है !:) #ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

ज़िंदगी को सवारनें के लिए लड़ना पड़ता है बदलने के लिए नहीं......

खुबसुरती

ll मंदिर भी साफ़ हम ने किए मस्जिदें भी पाक हम ने की मुश्किल ये है कि एक दिल की सफ़ाई हो न सकी ll # खुबसुरती

मुस्कुराहट

मुस्कुराने की सज़ा मिलती रही😊😊 मुस्कुराने की ख़ता करते रहे..... 😁😁😁 #मुस्कुराहट

मुहब्बत

ll इससे बढ़कर दीवाने की ख़ता और क्या होगी???? इतनी बेरुख़ी के बाद भी दिल लगा लिया ll #मुहब्बत

Bechara Upar Wala

Kabhi kabhi upar wala bhi sochta hoga ki Itna to mai bhi kabhi nahi ladaa tha jitna ye sab dharm ke thekedaar mere naam par lad rahe hai.. #Upar_Wala_Sab_Dekh_Raha_ Hain

Practice

Jo log dharm,jaat,bhagwan duniya politics jaisi chijo ko samjhne ka daawa karte hai... Mera maanna hai ki unko pahele bhook, dard, pyar, aur gareebi jaisi chijo par samjhne ki practice kar leni chahiye. #Waah!_Ri_Duniya

कुछ तो हैं राब्ता

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काफ़ी मुद्दत हो गई उसे देखे हुए, अब तो सफ़र भी सुनसान लगता हैं.... अन्जान लगता हैं.... भीड़ मे भी एक अलग-सा अकेलापन महसूस कर रहा हूं, मुझे एकान्त तो काफ़ी पसन्द है मगर ना जाने क्युं एकान्त का सन्नाटा मुझे सुई की तरह चुभ रहा हैं........ ना जाने क्युं.... जब तु नहीं थी तब भी तो कुछ नया नहीं हो रहा था, मगर तेरा होना ना जाने क्युं मुझे एक दूसरे जहां में लेकर चला जाता हैं........। मैं तुझे तकरीबन आठ सा लों से जानता हूँ या शायद उससे भी ज्यादा वक्त से..... मगर जब भी तुझे देखता हूँ हर वक्त कुछ नया ही मिलता हैं....... तु जानती हैं मैंने तुझे 3 सालों से नहीं देखा था तो भी तो चल रहा था ना, मगर अब ना जाने क्युं तेरे वापिस आ जाने से वो पुरानी मुहब्बत फिर से नईं हो गयी..... तु कुछ तो हैं मेरे लिए, सच में यार कुछ तो हैं राब्ता............ 💕 ❤ 💕 #Feel_Your_Feelings

Ankahe Alfaaz

Affection is always Greater than perfection......😊😊😊